March 29, 2011

बस उम्मीद अमन की है, तुम जीतो या हम जीतें!!

Few words on India-Pakistan semifinals CWC11..direct "दिल से " :))

छाए रंग नीला या छाए हरा,
रक्त की लाली से दूर रहे ये धरा! 
खेल के इस बहाने से कुछ पलों के लिए,
भुला दे कड़वी यादें 
चाहे ज़ख़्मी रिश्तें हो या फिर टूटे वादे!
लौट के वक़्त नहीं आ सकता 
आगे की ही  सुध लें !
बस उम्मीद अमन की है
तुम जीतो या हम जीतें!!

Maktub...

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