March 29, 2011

बस उम्मीद अमन की है, तुम जीतो या हम जीतें!!

Few words on India-Pakistan semifinals CWC11..direct "दिल से " :))

छाए रंग नीला या छाए हरा,
रक्त की लाली से दूर रहे ये धरा! 
खेल के इस बहाने से कुछ पलों के लिए,
भुला दे कड़वी यादें 
चाहे ज़ख़्मी रिश्तें हो या फिर टूटे वादे!
लौट के वक़्त नहीं आ सकता 
आगे की ही  सुध लें !
बस उम्मीद अमन की है
तुम जीतो या हम जीतें!!

Maktub...

March 15, 2011

लगता है आज फिर नींद नहीं आयेगी !!

कब तक तेरी याद इस दिल को रुलाएगी,
                                लगता है आज फिर नींद नहीं आयेगी !!

सदियाँ गुज़री गुज़ारे ज़मानें , कब तक गुल-ओ-बुलबुल के तराने
सुनकर ये धड़कन बढ़ जाएगी ,लगता है आज फिर नींद नहीं आयेगी 

कल कुछ और था, अब कुछ और है आगे का कुछ पता नहीं 
कब तक उम्मीद जिंदा रहा पायेगी, लगता है आज फिर नींद नहीं आयेगी 

बिखरे रंग , टूटे सपने... और राह में बिछड़े अपने 
कब तक ज़िन्दगी सह पायेगी, लगता है आज फिर नींद नहीं आयेगी 

संजो कर कब से रखा हुआ था पल में सब उजड़ गया, फिर से उस बनाते 
ना जाने कब हिम्मत जवाब दे जाएगी , लगता है आज फिर नींद नहीं आयेगी 

कब तक तेरी याद इस दिल को रुलाएगी,
                                लगता है आज फिर नींद नहीं आयेगी !!

March 9, 2011

ज़मीं अपनी हो जाये, आसमां भी अपना हो जाये!

मौसम की तरह ही ज़िन्दगी बदलती है, ऋतुएं  आती हैं ऋतुएं जाती हैं !
और पत्तों के जैसी ये आशाएं मुरझाती हैं टूटती हैं  और फिर नहीं कोपलें उग आती हैं  !!

ये दिल तने की तरह बाहर से सख्त अन्दर से इतना कठोर भी नहीं !
भावनाओ से सरोबार  है, मासूम है, पर मजबूर नहीं कमज़ोर भी नहीं!!

आँखों की नमी  गर हौसलों की जड़ों की मजबूती बन जाये !
फिर चाहे जितनी आंधियां आये और जाये, 
ज़मीं  अपनी हो जाये, आसमां भी अपना हो जाये !!

March 1, 2011

जाने क्या मुझे फैसला करना है?

I'm amazed and shoked with the varieties of human personality. Sometimes an unknown person can do anything for you without expectations and sometimes some ur near and dear one can cheat on u..
"U never know"..
But ultimately we are the only one who responsible for the happenings & consequences..neither we could nor we should blame anybody.
Live your Best & Leave the Rest :)

कभी गैरों में अपने मिल जाते ,कभी छलता कोई अपना है!
ये जो तकलीफें है, ये मेरी उम्मीदें ,मेरा ही कोई सपना है!!
दुनिया बड़ी अजीब है, कदम कदम पे दोराहे, कदम कदम पे उलझन है ,
किस्मत की अपनी चलती है, और मुझे भी फैसला करना है!!
जाने क्या मुझे फैसला करना है?